गरचे मर जाने की चाहत न हुई 
ज़िन्दगी भी हमें राहत न हुई 
घर बनाने का तज़ुर्बा था बहुत 
घर में रहना कभी आदत न हुई 
इतने जुगनू थे मुख़ातिब हमसे 
रात भर रोने की फुर्सत न हुई 
उनसे रिश्ता उजड़ गया जब से 
मै मुंतज़िर हूँ, क़यामत न हुई
हर कहीं दिल लगा रहा मेरा 
मेरी ख़ुद से जो अदावत न हुई 
जिसको चाहा उसने उदास किया 
हमारे प्यार में बरकत न हुई 
लफ्ज़ मेरे थे, रूह किसकी थी 
एक ग़ज़ल मेरे बदौलत न हुई
दिल्ली में सख्त हुए नियम... आज से इन गाड़ियों की एंट्री बैन, जानें किन 
वाहनों को मिलेगी छूट
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यह आदेश वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) और दिल्ली परिवहन विभाग के संयुक्त 
निर्देशों के तहत जारी किया गया है. सरकार ने ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को थोड़ी 
राहत...
7 घंटे पहले
 
 
3 टिप्पणियां:
"हर कहीं दिल लगा रहा मेरा
मेरी ख़ुद से जो अदावत न हुई"
सार्थक प्रयास - शुभकामनाएं
आप हिंदी में लिखते हैं। अच्छा लगता है। मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं..........हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत हैं.....बधाई स्वीकार करें.....हमारे ब्लॉग पर आकर अपने विचार प्रस्तुत करें.....|
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