ज़रा आसां ज़रा मुश्किल लगा था
वो हर सूरत में मेरे क़ाबिल लगा था
वो कुरबत में बहुत मासूम निकला
जो सबको दूर से क़ातिल लगा था
हवा, सूरज, ज़मीं थे साथ अपने
मै अपने से बड़ा गाफ़िल लगा था
हमें घर लौट कर राहत अभी है
सफ़र में भी हमारा दिल लगा था
पहुँच के भी कहीं पहुंचे नहीं हम
सफ़र जो था वही मंजिल लगा था
मेरा उससे कोई रिश्ता न निकला
कभी जो रूह में शामिल लगा था
वहीँ एक नींद सो कर लौट आये
नदी के साथ जो साहिल लगा था
ट्रंप के 'टैरिफ अटैक' से संभल नहीं रहा अमेरिकी शेयर बाजार, खुलते ही हुआ
धड़ाम, 5% तक की गिरावट
-
सोमवार को वॉल स्ट्रीट में शुरुआती घंटी पर तेज गिरावट देखी गई, जिसमें प्रमुख
सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई. निवेशकों की चिंता राष्ट्रपति डोनाल्ड
ट्रम्प की...
8 घंटे पहले
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें